रूद्रपुर 05 मई, 2025- जनपद वासियों को डेंग से बचाव हेतु सीधे लार्वा पर ही वार किया जाये ताकि मच्छर पनपने न पाएं। यह निर्देश मुख्य विकास अधिकारी मनीष कुमार ने जिला कार्यालय सभागार में डेंगू पर प्रभावी नियंत्रण हेतु अर्न्तविभागीय समन्वय समिति की बैठक लेते हुए कही।
मुख्य विकास अधिकारी ने जनपद में डेंगू के ंनियंत्रण के लिए स्वास्थ्य, पंचायतीराज, शहरी विकास तथा शिक्षा विभाग के अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने सभी विभागों के अधिकारियों को अंतर्विभागीय समन्वय स्थापित कर नालो-नालियों की सफाई, फोगिंग एवं दवाईयों के छिड़काव तथा स्वच्छता अभियान पर विषेष ध्यान देने के निर्देश दिये। उन्होने कहा कि डेंग से बचाव हेतु सीधे लार्वा पर ही वार किया जाये ताकि मच्छर पनपने न पाएं। उन्होंने डेंगू के प्रति वृहद्ध स्तर पर जन जागरूकता अभियान चलाने तथा विद्यालयों में प्रतिदिन प्रार्थना सभाओं में डेंगू के लक्षण, कारण, रोकथाम एवं नियंत्रण के बारे में विद्यार्थियों को जागरूक करने के भी निर्देश दिये। उन्होंने विद्यार्थियों को फुल बाजू वाले कपड़े पहनकर आने के निर्देश शिक्षा विभाग के अधिकारियों को दिये। उन्होंने निर्देश दिये कि डेंगू का मरीज पाये जाने पर सम्बन्धित क्षेत्र में जनपद तथा ब्लॉक की टीमों द्वारा विशेष अभियान चलाया जाये।
मुख्य विकास अधिकारी ने नगर निगम, पालिकाओं, पंचायतों के जनप्रतिनिधियों को भी डेंगू के प्रति जागरूकर करने हेतु निर्देश सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों को दिये।
मुख्य विकास अधिकारी ने जनता से अपील की कि घरों के आसपास पूर्ण साफ-सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित करें और कचरे का निस्तारण सही ढंग से किया जाये। उन्होंने कहा कि घरों में कूलर, टेंक, ड्रम, बाल्टी आदि में अनावश्यक एवं लम्बे समय तक पानी न रखें। उन्होंने कहा कि कूलर का उपयोग नही होने का दशा में उसका पानी पूरी तरह खाली किया जाये। घरों के आसपास पानी एकत्रित होने वाली सभी अनुपयोगी वस्तुएं जैसे -टीन के डब्बे, कॉच एव प्लास्टिक के बोतल, नारियल के खोल, पुराने टायर आदि नष्ट कर दें। फ्रीज के ‘ड्रिप-पैन’ से पानी प्रतिदिन खाली करें। पानी संग्रहित करने वाले टंकी, बाल्टी, टब आदि सभी को हमेशा ढंककर रखें। उन्होंनंे डेंगू के प्रति लापरवाही न बरतने व लक्षण पाये जाने पर तुरन्त अस्पताल जाने एवं चिकित्सकों की सलाह लेकर उसके अनुसार उपचार करायें।
मुख्य विकास अधिकारी ने जल भराव वाले क्षेत्रों में विशेष रूप से फोगिंग एवं दवाईयों के छिड़काव करने के निर्देश दिये। उन्होंने डेंगू से सम्बन्धित रिपोर्ट प्रतिदिन उपलब्ध कराने के निर्देश स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दिये। उन्होने सभी अधिकारियों को अपने-अपने कार्यालय परिसरों को साफ-स्वच्छ रखने व जल भराव की स्थिति उत्पन्न न हो इसकी व्यवस्था सुनिश्चित करें। उन्होने औद्योगिक क्षेत्रों में डेंगू बचाव हेतु जागरूक करने के निर्देश आरएम सिडकुल व महाप्रबन्धक उद्योग को दिये। उन्होने जल निगम व जल संस्थान को लिकेज पाईप लाईनों को तत्काल ठीक करने तथा क्लोराईजेशनयुक्त पेयजल जनता को उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। मुख्य विकास अधिकारी ने होटल, ढाबों, रेस्तरां, रेड़ी-ठेली आदि के खाद्य पदार्थों की नियमित जांच करने के निर्देश खाद्य सुरक्षा अधिकारियों को दिये ताकि फूड-प्वाईजिंग, डायरिया जैसे गम्भीर बिमारियों से बचा जा सके।
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. के0 के0 ने बताया कि एडिस प्रजाति के मच्छर डेंगू वायरस से संक्रमण फैलाते है। डेंगू दो रूप में परिलक्षित होता है-डेंगू फीवर एवं डेंगू हेमरेजीक फीवर/डेंगू शॉक सिन्ड्रोम। डेंगू का इनक्युबेशन पीरियड साधारणताः 5 से 7 दिन का होता है। एडिस इजिप्टी मच्छर प्राय घरों में तथा घरों के आस-पास ठहरे हुए स्वच्छ पानी में पनपता है। यह मच्छर प्राय दिन के समय काटता है। इन मच्छरों में डेंगू वायरस का संक्रमण 3 सप्ताह तक रहता है। उन्होंने बताया कि जनपद में डेंगू मरीजों के लिए राजकीय चिकित्सालयों में 120 व निजी चिकित्सालयों में 70 बेड रिजर्व रखे गये हैं। उन्होने बताया कि चिकित्सालयों में जलजनित व डेंगू, मलेरिया सम्बन्धी बिमारियों हेतु प्रर्याप्त दवायें उपलब्ध है। उन्होने बताया कि जनपद में 47 डेंगू हॉट-स्पॉट चिन्हित किये गये है। इन क्षेत्रों में प्रशिक्षण देकर टीमें तैनात कर दी गयी है। उन्होने बताया कि 7298 घरों का सर्वे कर लिया गया है, अभी तक कहीं भी डेंगू लार्वा नही मिला है। उन्होने बताया कि राजकीय चिकित्सालयों में डेंगू की जांच मुफ्त की जायेगी एवं निजी लैबों में डेंगू की जांच की दरें निर्धारित कर दी गई है व सभी निजी लैबों को जांच दरे लैब के बाहर आमजन के लिए चस्पा करने के निर्देश दिये गये है।
बैठक में प्रमुख चिक्तिसा अधीक्षक डॉ0 एस के सिन्हा, एसीएमओ डॉ0 हरेन्द्र मलिक, डॉ0 एसपी सिंह, डॉ0 राजेश आर्या, मुख्य शिक्षा अधिकारी केएस रावत, मुख्य कृषि अधिकारी डॉ0 अभय सक्सेना, महा प्रबन्धक उद्योग विपिन कुमार, एआरटीओ पूजा नयाल, नवीन कुमार सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी मुकुल चौधरी, जिला युवा कल्याण अधिकारी बीएस रावत, अधिशासी अभियंता पेयजल सुनील जोशी, जिला आपदा प्रबन्ध अधिकारी उमा शंकर नेगी, सहित ईओ व उपजिलाधिकारी वर्चुअल माध्यम से जुड़े थे।
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