बाल गृह काशीपुर में मनाया गया विश्व ऑटिज्म जागरूकता दिवस
काशीपुर। इस मौके पर मीनाक्षी चौहान मुख्य कार्यकारी अधिकारी बाल गृह काशीपुर ने बताया ऑटिज्म स्पेक्ट्रम विकारों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए हर साल 2 अप्रैल को विश्व ऑटिज्म दिवस का वैश्विक जागरूकता कार्यक्रम मनाया जाता है इस विशेष दिन का उद्देश्य एक विकार के रूप में ऑटिज्म के बारे में जागरूकता फैलाना और इससे पीड़ित लोगों का समर्थन करना है यह एक वैश्विक स्वास्थ्य देखभाल कार्यक्रम जो ऑटिस्टिक लोगों की स्वीकृति समर्थन और समावेशन और उनके अधिकारों का वकालत पर केंद्रित है। सतीश कुमार चौहान नोडल अधिकारी जिला दिव्यांग पुनर्वास केंद्र उधम सिंह नगर ने कहा कि अत्यधिक समय पूर्ण जन्म या जन्म से कम समय कम वजन वायु प्रदूषण के लिए जन्म पूर्व जोखिम मोटापा मधुमेह प्रतिरक्षक प्रणाली विकार या अनुवांशिकी ऑटिज्म स्पेक्ट्रम विकारों के विकास का कारण ऑटिज्म हो सकते हैं ।दुनिया भर में ऑटिज्म के मामले बढ़ रहे हैं पहले से कहीं अधिक बच्चों में निदान किया जा रहा है और उन्हें उपचार दिया जाए इस वर्ष विश्व ऑटिज्म जागरूकता दिवस का विषय और दिव्यांग जनों को सशक्त बनाना है lविश्व में आतिज्म जागरूकता दिवस को 1 नवंबर 2007 को संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा पारित एक प्रस्ताव द्वारा नामित किया गया था ताकि ऑटिज्म के बारे में सार्वजनिक जागरूकता बढ़ाई जा सके और ऑटिज्म से पीड़ित व्यक्तियों को सशक्त बनाने और स्वीकार करने समाज में उनके योगदान को पहचानने की दिशा में काम किया जा सके ।इस मौके मेघा शिवांगी कंचन सुहानी विनीता गीता,अनीता,बीना रेखा और दिव्यांग बच्चे उपस्थिति रहे l