भारतीय किसान संघ उत्तराखंड हरिद्वार जनपद गन्ने की जुलाई और गन्ने की बुवाई के दौरान खेतों में ही मानाया

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हरिद्वार। भारतीय किसान संघ उत्तराखंड हरिद्वार जनपद गन्ने की जुलाई और गन्ने की बुवाई के दौरान खेतों में ही मानाया जा रहा है स्थापना दिवस पखवाड़ा से हरिद्वार जनपद के लक्सर तहसील के गांव सैदाबाद नेतवाला प्रदेश उपाध्यक्ष श्रीमान सतपाल राणा जी के साथ गन्ने की बुवाई से पहले गन्ने का बीज हो रहा था तभी संगठन मंत्री उत्तराखंड सुकर्म पाल राणा खेत में ही पहुंचे और स्थापना दिवस पखवाड़ा बड़ी धूमधाम के साथ बना जिसमें गन्ना का बीज करने वाले श्रीमती विश्वंभरी देवी श्रीमती रीना देवी श्रीमती रेखा देवी श्रीमती ममता देवी श्रीमती यशोमती देवी श्रीमती रेशम देवी श्रीमती कलादेवी श्रीमती महेंद्र देवी श्रीमती सुलेखा देवी श्रीमती जगवती देवी श्रीमद् सतपाल राणा जी प्रदेश उपाध्यक्ष उत्तराखंड महेंद्र सिंह जी संदीप जी उदित कुमार काले सिंह आदि उपस्थित रहे इसके बाद संगठन मंत्री उत्तराखंड सुकर्म पाल राणा शेखपुरी लक्सर प्रदेश कोषाध्यक्ष श्रीमान कुशल पाल जी खेत में ही गन्ने की जुलाई करते हुए मिले वहां पर भी स्थापना दिवस पखवाड़ा खेत में ही मनाया गया इस मौके पर श्रीमती रश्मि देवी श्रीमती निवेश देवी श्रीमती शिवानी देवी श्रीमती आरती देवी श्रीमती रीना देवी श्रीमती सोनम देवी श्रीमती बबली देवी श्रीमती पूजा देवी श्रीमती सुरेश देवी श्रीमती लक्ष्मी देवी श्रीमान धर्मवीर सिंह श्रीमान सुंदर सिंह श्रीमान संजय सिंह शिव कुमार सुरेश सिंह राहुल कुमार अरुण कुमार सिंह मोनू कुमार बॉबी लाखन सिंह अंकित कुमार सहित अनेक कार्यकर्ता उपस्थित थे इस अवसर पर संगठन मंत्री उत्तराखंड सुकर्म पाल राणा ने कहा भूमिहीन को रोजी-रोटी गांव को उद्योग मिले सस्ती शिक्षा पूर्ण सुरक्षा बेकारों को काम मिले सस्ती बिजली लागत कम हो कृषि यंत्रों के दाम घटे लागत जोड़ो तब कीमत दो तभी आत्महत्या से पिंड छूट भारतीय किसान संघ में एम एस पी के पक्ष में नहीं है बल्कि किसानों को लागत के आधार पर फसल का लाभकारी लागत मूल्य मिले स्थापना दिवस 4 मार्च 1979 से ही भारतीय किसान संघ का मुख्य उद्देश्य किसानों को फसल का लागत के आधार पर लाभकारी मूल्य प्राप्त हो फिर किस कभी आर्थिक तंगी से आत्महत्या नहीं करेगा किसान सम्मन निधि में बढ़ोतरी कृषि यंत्र पर जीएसटी समाप्त की जाए जीएम सरसों जीएम कपास हाइब्रिड बीज पर पूर्ण प्रतिबंध लगे हर परिवार में देसी गाय पालकर जैविक खेती देसी गाय के गोबर और गोमूत्र के माध्यम से प्रयाप्त संख्या में किसान कर रहे हैं इसमें लागत कम है और उत्पादन ज्यादा है और मूल्य भी ज्यादा है भारतीय किसान संघ ने आज तक किसी भी हिंसक आंदोलन को समर्थन नहीं किया और नहीं भविष्य में करेगा अनुशासन के दायरे में रहकर शांतिपूर्वक ढंग से आंदोलन भारतीय किसान संघ करता है और करता रहेगा।